लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक व केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) में मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) नहीं रहे। गुरुवार की शाम उन्होंने दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांस ली। राम विलास पासवान के निधन की पुष्टि एलजेपी के अध्यक्ष व उनके बेटे चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कर दी है। वे 74 वर्ष के थे।
कुछ दिनों से दिल्ली के अस्पताल में करा रहे थे इलाज
रामविलास पासवान ने ही सन 2000 में लोक जनशक्ति पार्टी की स्थापना की थी। बीते कुछ समय से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। करीब एक सप्ताह पहले अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण उनके दिल का ऑपरेशन करना पड़ा था। इसके बाद आज रात दिल्ली के फाेर्टिस अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली।
चिराग पासवान ने किया ट्वीट: आप हमेशा साथ हैं
चिराग पासवान ने पिता की मौत की पुष्टि करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि पापा अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन वे जहां भी हैं, साथ हैं।
माना जाता था राजनीति का मौसम वैज्ञानिक
राम विलास पासवान को राजनीति का बड़ा मौसम वैज्ञानिक माना जाता था। सरकार किसी की भी रही, राम विलास पासवान हमेशा सत्ता में रहे। खास बात यह रही कि उन्होंने हमेशा चुनाव के पहले गठबंधन किया, चुनाव के बाद कभी नहीं। आपात काल के दौरान इंदिरा गांधी से लड़ने से लेकर अगले पांच दशकों तक पासवान कई बार कांग्रेस के साथ, तो कभी खिलाफ चुनाव लड़ते और जीतते रहे।
आधी सदी का राजनीतिक जीवन, बनाया जीत का वर्ल्ड रिकार्ड
करीब आधी सदी के अपने लंबे राजनीतिक जीवन में उन्होंने 11 चुनाव लड़े, जिनमें नौ में उनकी जीत हुई। पासवान के पास छह प्रधानमंत्रियों के साथ उनकी सरकार में मंत्री रहने रिकॉर्ड है। पासवान ने 1977 के लोकसभा चुनाव में हाजीपुर सीट से जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़जे हुए चार लाख से ज्यादा वोटों से जीत का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद 2014 तक उन्होंने आठ बार लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की। वर्तमान में वे राज्यसभा के सदस्य तथा नरेंद्र मोदी सरकार में उपभोक्ता मामलों तथा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री थे।
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