नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बुरा समय अब बीत चुका है और अब आर्थिक सुधार की रफ्तार उम्मीद से अधिक तेज है। एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) के सीईओ केकी मिस्त्री ने शनिवार को यह बात कही। मिस्त्री ने कहा कि दिसंबर तिमारी में ग्रोथ एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में बेहतर रहने की उम्मीद है। मिस्त्री ने कहा कि इस तरह भारतीय अर्थव्यवस्था ने अपना लचीलापन साबित किया है। मिस्त्री अखिल भारतीय प्रबंधन संघ (AIMA) द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम में बोल रहे थे। मिस्त्री ने कार्यक्रम में दिये अपने संबोधन में आगे कहा, ‘अनुकूल ब्याज दरों का दौर आगे भी जारी रहेगा और आर्थिक गतिविधियों के तेज रफ्तार पकड़ने और मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ने के बाद ही ब्याज दरें बढ़ेंगी। हालांकि, ब्याज दरें अपने निचले स्तर पर आ चुकी हैं।’ अखिल भारतीय प्रबंधन संघ ने एक विज्ञप्ति जारी की है। इस विज्ञप्ति के अनुसार, मिस्त्री ने कार्यक्रम में कहा कि सरकार को रोजगार देने वाले सेक्टर्स की पहचान करनी चाहिए और उनके मुद्दों को प्राथमिकता के साथ सुलझाना चाहिए। मिस्त्री ने कहा कि कृषि के बाद आवास और अचल-सम्पत्ति के कारोबार में सबसे ज्यादा रोजगार मिले हुए हैं। इन कारोबारों में काम करने वालों को निम्न कौशल की जरूरत पड़ती है।
एचडीएफसी लिमिटेड के सीईओ मिस्त्री ने मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को भी मदद दिए जाने की जरूरत पर बल दिया। मिस्त्री ने कहा कि आवास और अचल सम्पत्ति सेक्टर में रुके हुए लोन्स का अनुपात इकाई अंक में ही रहेगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से पैदा हुई परिस्थितयों के चलते जिन लोगों की नौकरियां गयी हैं, उनमें अधिकांश निम्न आयवर्ग के श्रमिक रहे हैं। वहीं, ऐसे वर्ग के लोगों की नौकरियां ज्यादा नहीं गई, जो आवास कर्ज लेते हैं।
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