यमुनानगर के एक मुस्लिम युवक को हिंदू युवती से प्यार हो गया। इसके बाद वह धर्म बदलकर हिंदू बन गया और प्रेमिका के साथ मंदिर में शादी रचा ली। इसकेे बाद दोनों सेफ हाउस में रह रहे थे। अब उन्होंंने सेफ हाउस छोड़ दिया है।
कहते हैं प्यार किसी सीमा और किसी मजहब को नहीं देखता। जिले के एक गांव के मुस्लिम युवक को हिंदू युवती से प्यार हो गया। इसके बाद युवक ने प्रेमिका के साथ शादी करने को धर्म परिवर्तन का फैसला किया। दोनों अपने घर से भाग गए और पंचकूला के मंदिर में शादी रचा ली। इसके बाद पंजाब एवं हाई कोर्ट के आदेश पर सेफ हाउस में रह रहे थे। अब दोनों ने सेफ हाउस छोड़ दिया है और सहारनपुर में किसी सुरक्षित जगह पर रह रहे हैं। दोनों का कहना हैं कि अपनी शादी से वे बेहद खुश हैं।
प्रेम विवाह करने वाले मंडेबरी के अकरम नामक इस युवक ने अपना नाम बदल कर अखिलेश कर लिया है। उसने पंचकूला के मंदिर में विवाह किया और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से सुरक्षा मांगी। युवती भी अपने पति के साथ बहुत खुश है। हाई कोर्ट के आदेश पर दोनों सेफ हाउस में पुलिस सुरक्षा में रहे। दरअसल, 8 नवंबर को थाना छप्पर के गांव से युवती घर से चली गई थी। स्वजनों ने उसकी तलाश की, तो पता लगा कि उसे मंडेबरी निवासी अकरम ले गया है। इस पर युवती के पिता की शिकायत पर अकरम के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज हुआ। पुलिस ने जांच शुरू की। इसी बीच पुलिस को हाईकोर्ट से सूचना मिली कि युवक व युवती ने शादी कर ली है और सुरक्षा के लिए याचिका लगाई है।
शादी के बाद जगाधरी के सेफ हाउस आए
हाईकोर्ट से सुरक्षा लेने के बाद युवक व युवती 20 नवंबर को जगाधरी सेफ हाउस में पहुंचे। 21 नवंबर को पुलिस ने उनके बयान कराए। यहां पर युवक ने बताया कि उसने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया है। अब वह अरविंद बन गया है। युवती से उसने पंचकूला के सेक्टर 19 के मंदिर में शादी रचाई है। मजिस्ट्रेट के सामने युवती ने युवक के साथ जाने की इच्छा जताई । इस पर उसे कोर्ट ने दोनों पुलिस सुरक्षा में फिर सेफ हाउस भेज दिया था।
लव जिहाद का मामला भी बताया गया
जिस समय युवती को अकरम अपने साथ लेकर गया था तो मामले को लव जिहाद से जोड़कर देखा जा रहा था। बाद में जब अकरम व युवती वापस आए और युवक के धर्म परिवर्तनकी बात सामने आई, तो फिर यह मामला दब गया। कुछ दिन तक युवक व युवती सेफ हाउस में रहे। यहां पर कुछ दिन रहने के बाद उन्होंने कोर्ट में याचिका लगाई। इसमें दोनों ने अपनी मर्जी से जाने की बात कही। कोर्ट में दी याचिका में कहा था कि उन्हें अब कोई खतरा नहीं है। इसलिए ही अब उन्हें अपनी मर्जी से जाने दे।
इसके दोनों ने सेफ हाउस छोड़ दिया। उनके स्वजनों को भी अब उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। बताया जा रहा है कि दोनों यहां से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में गए हैं। वहीं हिंदू संगठन इस मुद्दे पर खुलकर नहीं बोल रहे हैं, कुछ हिंदू नेताओं ने बताया कि हिंदू धर्म में सभी का स्वागत किया गया है। यह तो एक तरह की घरवापसी है। इसका हम स्वागत करते हैं। थाना छप्पर प्रभारी सतपाल का कहना है कि युवक-युवती अपनी मर्जी से चले गए थे। अब यह केस भी कैंसिल कर रहे हैं। युवती के स्वजनों से इस बारे में बात की गई, तो वह कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए।
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