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अमेरिकी चुनाव में डेढ़ दर्जन से ज्यादा भारतवंशियों ने जीत का परचम लहराया


अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए वोटों की गिनती अभी जारी है। वहीं न्यूज एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक एक दर्जन से अधिक भारतीय अमेरिकियों ने स्टेट लेवल इलेक्शन जीत लिया जिसमें पांच महिलाएं उम्मीदवार शामिल हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में इस बार भारतीय मूल के मतदाताओं और प्रत्याशियों दोनों ने ही अपनी ताकत और प्रभाव का बेहतरीन प्रदर्शन किया है। भारतीय महिला प्रत्याशियों की अच्छी खासी संख्या रही। डेढ़ दर्जन से अधिक भारतीयों ने सफलता का परचम लहराया है। इनमें पांच महिलाएं भी हैं। दो महिलाओं सहित कुछ भारतीय चुनाव में दमदारी से लड़ने के बाद भी नहीं जीत सके।


सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस के अनुसार देश में बीस लाख से ज्यादा भारतीय-अमेरिकन ने वोट डाले। इनमें से पांच लाख वोटर तो फ्लोरिडा, पेंसिलवेनिया और मिशिगन में ही थे। ज्ञात हो कि चार भारतवंशियों एमी बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना और राजा कृष्णमूर्ति चारों सांसदों को तो प्रतिनिधि के लिए पहले ही चुने जाने की घोषणा हो चुकी है। ये सभी डेमोक्रेट सांसद हैं। तीन ऐसे प्रत्याशी हैं, जो अभी जीतने की स्थिति में हैं।


पांच महिलाएं ऐसी हैं, जिन्हें प्रांतीय विधायिका में चुना गया है। जेनिफर राजकुमार को न्यूयॉर्क प्रांतीय विधायिका में चुने जाने की पहले ही घोषणा हो चुकी है। इसके साथ ही नीमा कुलकर्णी केंटकी, केशा राम वरमोंट और पद्मा कुप्पा को मिशिगन प्रांत की विधायिका के लिए चुना गया है। नीरज अंतानी ओहियो में चुनाव जीत गए हैं। उत्तरी कैरोलिना में जय चौधरी को यहां की प्रांतीय विधायिका में दोबारा चुना गया है। भारतवंशियों के जीतने का सिलसिला अन्य राज्यों में भी देखने को मिला है। अमीश शाह एरिजोना में तो निखिल सावल पेंसिलवेनिया में, रंजीव पुरी मिशिगन और जर्मी कोनी न्यूयॉर्क की प्रांतीय विधायिका में चुने गए हैं। आशा कालरा ऐसी भारतवंशी हैं, जिन्हें लगातार तीसरी बार कैलिफोर्निया प्रांत में चुना गया है। रवि सांदिल टेक्सास के डिस्टि्रक्ट कोर्ट जज के चुनाव में जीत गए हैं। भारतवंशी करोड़पति व्यापारी श्री थानेदार मिशिगन के लिए चुन लिए गए हैं। वे दो बार गवर्नर पद के लिए भी चुनाव लड़ चुके हैं।


इंपैक्ट फंड की नील मखीजा के अनुसार इस बार भारतीयों ने अमेरिका की राजनीति में अच्छा-खासा प्रभाव छोड़ा है, साथ ही नियोजित तरीके से भारतवंशियों को चुनाव लड़ाया। डेमोक्रेट की उपराष्ट्रपति प्रत्याशी कमला हैरिस के चुनाव मैदान में होने के कारण भारतवंशियों का उत्साह पिछले सभी चुनावों की तुलना में ज्यादा देखने को मिला। दो महिलाओं सहित कुछ भारतवंशी चुनाव में हार भी गए हैं। टेक्सास से श्री प्रेस्टन, वर्जीनिया से मंगा अनंतमूला और निशा शर्मा व रीतेश टंडन कैलिफोर्निया लड़े थे। सारा गिडियोन और रिक मेहता मेने और न्यू जर्सी में सीनेट की रेस से बाहर हो गए।


भारतीय-अमेरिकी डाक्टर हिरल तिपिरनैनी प्रतिनिधि सभा के लिए डेमोक्रेट प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही हैं और वह बहुत की कम अंतर से आगे चल रही हैं। अगर जीतती हैं तो ये प्रमिला जयपाल के बाद दूसरी भारतवंशी महिला होंगी जो प्रतिनिधि सभा में चुनी जाएंगीं। जयपाल को कल ही विजयी घोषित किया गया है।

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