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आपका कितना वजन कम हो सकता है


देहरादून की एक बेहद प्रतिभाशाली छात्रा को बिना केमिकल, भूख और शारीरिक मेहनत के बगैर 10 दिन में 5 किलो वजन घटाने का तरीका ईजाद करने के लिए मेडिकल क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर की पहचान मिली।


2020 की गर्मियों में यूरोप कांग्रेस एंडोक्राइनोलॉजिस्ट्स के वार्षिक सम्मेलन में कुछ बहुत ही अविश्वसनीय हुआ। वहां वक्ता का व्याख्यान सुनने के बाद पूरे हाल के लोगों ने खड़े होकर 10 मिनट तक उसके लिए तालियां बजाईं। हम बात करेंगे छात्रा सुनिधि रावत की जिसने खानपान में बिना किसी परहेज किए तेजी से वजन घटाने का एक बिल्कुल अनोखा फार्मूला सामने रखा।


आप भी गणना कर सकते हैं कि सुनिधि के फॉर्मूला से आपका कितना वजन कम हो सकता है


सुनिधि ने एक बहुत ही शानदार आइडिया सामने रखा था जिसपर यूरोप के वैज्ञानिक अब काम कर रहे हैं। इस आइडिया की खबर जल्दी ही न सिर्फ पूरे भारत में फैल गई इसके बारे में पूरे विश्व को पता चल गया। एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डिपार्टमेंट ऑफ द पॉलीक्लिनिक ऑफ इंडिया तथा कई दूसरे प्राइवेट क्लीनिक के विशेषज्ञ इस दवाई को बनाने की कोशिश कर रहे थे और उन्हें सफलता मिल गई है! दवाई बनाई जा चुकी है फिलहाल केवल भारत के नागरिकों के लिए उपलब्ध है! यह नई दवाई आखिर कैसे लाखों जिंदगियां बचाती है और भारतीय लोगों को यह इतनी बड़ी छूट पर कैसे मिल रही है,आज हम किसी के बारे में जानेंगे।


सुनिधि के परिवार में एक त्रासदी हुई थी और उसे अच्छे से समझ में आ गया था कि डाइटिंग, कड़ी शारीरिक मेहनत और दवाइयां, इसके साथ ही लिपोसक्शन के ऑपरेशन वगैरा कम से कम आधे मामलों में तो खतरनाक साबित होते हैं और उनसे अधिक वजन की समस्या हल नहीं होती।

रिपोर्टर: "सुनिधि को दुनिया के 10 सबसे बुद्धिमान मेडिकल स्टूडेंट्स में से एक माना जाता है। आपने मोटापे की समस्या पर ही क्यों मेहनत की?

"सुनिधि रावत: मैं इसके बारे में सार्वजनिक रूप से ज्यादा बात नहीं करती क्योंकि इसके पीछे मेरे निजी कारण थे। कुछ सालों पहले मेरी मम्मी की हाई ब्लड प्रेशर से मौत हो गई थी, उन्हें कई सालों से मोटापे की दिक्कत थी। मम्मी वैसे तो ठीक थीं और कई महीनों से वजन कम करने की कोशिश कर रही थी लेकिन एक दिन अचानक उन्हें नींद में ही ब्रेन-हेमरेज हो गया और उनकी मौत हो गई। और बस, एक झटके में मम्मी मेरी जिंदगी से चली गई। बाद में मेरी दादी की इसी कारण से चल बसी। उनकी मौत होने के बाद में मोटापे से संबंधित समस्याओं के बारे में पढ़ने लगी और उनका समाधान सोचने लगी। रिसर्च के दौरान मुझे बहुत ही खतरनाक चीज पता चली। मैंने पाया कि डाइटिंग और 50% स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होते हैं और समस्या को असल में हल ही नहीं करते। मेरी मम्मी काफी दिनों से डाइटिंग कर रही थी और 5 साल से एरोबिक्स भी करती थी।" पिछले 30 सालों से मैं इस विषय पर बहुत काम कर रही थी। आज आप मोटापा कम करने के जिस तरीके के बारे में सुन रहे हैं यह तरीका मेरे दिमाग में तब आया जब मैं अपनी थीसिस लिख रही थी। मुझे एहसास हुआ कि मैंने कुछ नया बना दिया है और मुझे बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि इसमें इतने ज्यादा लोगों को दिलचस्पी होगी। अमेरिका की एक बहुत बड़ी दवाई कंपनी ने सुनिधि को अपने फॉर्मूला के लिए दस लाख डॉलर देने की पेशकश की और उनका प्लान यह था कि इस प्रोडक्ट को करीब $1,000 के रेट पर बेचा जाए। सुनिधि ने मना कर दिया क्योंकि वह जानती थी कि आम लोग इतने महंगे प्रोडक्ट को खरीद ही नहीं पाएंगे! सुनिधि की जिंदगी का उद्देश्य था कि मोटापे से परेशान ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद हो सके।

रिपोर्टर: जब आप कहती हैं कि आपके फार्मूला में कई लोगों को दिलचस्पी होने लगी तो आपका क्या मतलब है?:

"सुनिधि रावत: जैसे ही मोटापा कम करने कि मेरी रिसर्च प्रकाशित हुई, मुझे अपने फॉर्मूला को बेचने के लिए ऑफर मिलने लगे। सबसे पहले तो फ्रांस के लोग आए जिन्होंने मुझे एक लाख बीस हजार यूरो देने की पेशकश की। आखिरी ऑफर अमेरिका से आया था जहां की एक बड़ी दवाई कंपनी ने मुझे 10 लाख डॉलर देने को कह दिया था। मुझे इतने मैसेज आते थे कि मुझे अपना फोन नंबर बदलना पड़ा और सोशल नेटवर्क से भी अनसब्सक्राइब करना पड़ा क्योंकि हर जगह ये खरीदने वाले मेरे पीछे पड़े रहते थे।

रिपोर्टर: लेकिन जहां तक मुझे जानकारी है आपने इस फार्मूले को नहीं बेचा, क्या यह सच है?

"सुनिधि रावत: हाँ, यह सच है,आपको सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन मैंने यह फार्मूला इसलिए नहीं बनाया था कि इससे किसी कंपनी के लोग करोड़ों रुपए कमा सकें। जरा सोचिए, यदि मैं इस फार्मूला को विदेश में बेच देती तो क्या होता? विदेश की कंपनियां हर चीज का पेटेंट करवा लेंगे और दवाई को बहुत ज्यादा रेट पर बेचेंगे। मेरी उम्र कम है लेकिन मैं बेवकूफ नहीं हूं। यदि ऐसा हो जाता तो भारत के लोग अपनी मोटापे की समस्या को कैसे हल कर सकते। विदेश की एक डॉक्टर ने मुझे बताया कि इस दवाई की कीमत कम से कम $1,000 होनी चाहिए। अरे हम क्या बात कर रहे हैं? भारत में इसके लिए $1,000 कौन देगा? यही कारण है कि मुझे सरकार की ओर से भारतीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसके उत्पादन का ऑफर मिला जो मैंने तुरंत मान लिया। हमने यह प्रोडक्ट इंस्टिट्यूट ऑफ एंडोक्राइनोलॉजिस्ट के सबसे बेहतरीन विशेषज्ञों की मदद से विकसित किया है और इसमें पॉलीक्लिनिक ऑफ मुंबई तथा कई और प्राइवेट क्लीनिक भी शामिल है। आज मैं बहुत खुश हूं क्योंकि दवाई की पूरी क्लीनिकल टेस्टिंग पूरी हो चुकी है और यह आम जनता के लिए उपलब्ध है। जहाँ तक सरकार का सवाल है तो इसके उत्पादन में मुख्य भूमिका निभाई श्रीमती रश्मि गुप्ता जी ने जो इंडस्ट्री में सबसे बेहतरीन अकैडमिक में से एक मानी जाती हैं। हमने उनसे इस नई दवाई और इसके आगे के प्लान के बारे में बताने के लिए कहा।

रिपोर्टर: सुनिधि आइडिया में आखिर ऐसा क्या है, क्या आप बता सकती हैं? क्या यह सच है कि इससे आप बिना डाइटिंग या जिम जाए बिना वजन कम कर सकते हैं?

रश्मि गुप्ता: सुनिधि का आईडिया एक बहुत ही बढ़िया खोज है, इसे एक गाइड डिस्कवरी कहा जा सकता है क्योंकि यह वजन कम करने का सबसे तेज तरीका बताता है। पर यहां हम एक ऐसे तरीके की बात कर रहे हैं जो पूरी जिंदगी मदद कर सकता है... यह दवाई सुनिधि की आईडिया पर ही आधारित है और इसमें ऐसे सुपर एंटीऑक्सीडेंट है जो हमारे दिमाग के एक विशेष हिस्से (एमिग्डाला) को यह संकेत भेजते हैं कि वह कैलोरी, चर्बी जमाने और तला हुआ "जंक फूड" खाने की इच्छा ही कम कर दे। इस प्रोडक्ट का नाम रखा गया है - SlimFit Pro. SlimFit Pro एक ऐसा नुस्खा है जिसे कड़ाई से इसकी निर्देशों के अनुसार ही लेना चाहिए। इसमें 25 तरह के सत्त हैं और यही कारण है कि इससे वसा जलने की प्रक्रिया 10 गुना तक बढ़ जाती है! इससे मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है और एंडोक्राइन प्रणाली का काम वापस ठीक होकर ऊतकों का पुनर्निर्माण होने लगता है और भूख दबने पर इसका जबरदस्त प्रभाव पड़ता है। यह पूरी तरह से न्यूट्रल प्रोडक्ट है: आप कह सकते हैं कि यह मानव शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया का एक सक्रिय उत्प्रेरक है। चूंकि वसा जलाने के लिए यह आपकी मेटाबॉलिक प्रक्रिया को तेज कर देता है इसलिए अब डाइटिंग की कोई जरूरत नहीं होती। यही कारण है कि त्वचा के नीचे जमी हुई सब-क्यूटनेस फैट और जाँघों या पेट जैसी मुश्किल जगहों पर जमी हुई चर्बी 500 ग्राम प्रतिदिन की गति से हमेशा के लिए कम होने लगती है! लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि SlimFit Pro के कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं! इस प्रोडक्ट का नाम है SlimFit Pro इसमें 25 तरह के सत्त हैं जिनके कारण वजन कम होने की प्रक्रिया 10 गुना बढ़ जाती है और आप प्रतिदिन 500 ग्राम तक की गति से वजन घटा सकते हैं! लेकिन इसका सबसे बड़ा पहलू यह है कि SlimFit Pro के कोई साइड इफेक्ट नहीं है!

रश्मि गुप्ता: यहाँ आप एक महिला पर हुए असर को देखा जा सकता हिय जिसने «SlimFit Pro» पर हुए परीक्षणों में हिस्सा लिया था:


रिपोर्टर: शानदार! क्या यह नुस्खा दवाई की दुकानों में उपलब्ध होगा? इसका रेट क्या रखा जाएगा?

मोटापा घटाने की दवाइयों से अकेले भारत में अरबों रुपए कमाए जाते हैं। सुनिधि का बनाया हुआ प्रोडक्ट मार्केट की स्थिति को पूरा बदल कर रख सकता है।


रश्मि गुप्ता: आपको पता होगा कि जैसे ही दवाई कंपनियों को इस प्रोडक्ट के असर के बारे में पता चला तो दवाई के व्यापार से जुड़े सभी लोगों ने इस पर हर तरह से हमला चालू कर दिया। इन लोगों ने पहले तो सुनिधि को करोड़ों रुपए सिर्फ इसलिए देने की पेशकश की थी कि भले ही वह इसे उन्हें ना बेचे लेकिन इसे किसी और को भी ना बेचने दे। दवाई के धंधे में मोटापे का इलाज सबसे मुनाफे वाला एरिया माना जाता है। पूरे भारत में हर साल अरबों रुपए की दवाइयां बेची जाती है। हमारी दवाई से मार्केट की स्थिति पूरी तरह से पलट सकती है। जरा सोचिए, जब कोई आदमी SlimFit Pro से अपने मोटापे की समस्या को हमेशा के लिए खत्म कर सकेगा तो भला वह हर महीने दवाइयों पर ढेरों पैसे क्यों खर्च करेगा।

दवाई की दुकानें और डीलर दवा कंपनियों के ही पार्टनर होते हैं और इसलिए यह दोनों एक दूसरे के साथ मिलकर काम करते हैं। देखिए इनके लिए सबसे बड़ी चीज है बिक्री और ये हमारे प्रोडक्ट के बारे में तो सुनना भी नहीं चाहते हालांकि इस प्रोडक्ट को साइंटिफिक इंस्टिट्यूट ऑफ फूड इन इंडिया ने भी मोटापे के इलाज के लिए रिकमेंड किया है।

रिपोर्टर: यदि यह दवाई की दुकानों से नहीं बेचा जा सकेगा तो लोग इसे कहां से लेंगे?

रश्मि गुप्ता: रश्मि गुप्ता: हमने यह फैसला किया है कि यदि दवाई की दुकान वाले हमारे साथ सहयोग नहीं करेंगे तो हमें भी इनकी कोई जरूरत नहीं है। हम SlimFit Pro को खुद ही डिस्ट्रीब्यूट करेंगे और बीच में कोई दवाई कंपनियां डीलर या दुकान नहीं रहेगी। हमने कई विकल्पों पर विचार किया और सबसे अच्छा तरीका ही लाए हैं। SlimFit Pro को दवाई की दुकानों पर नहीं बेचा जाएगा! यही कारण है कि जिन लोगों को SlimFit Pro 50% तक के डिस्काउंट पर चाहिए है वे एक लकी ड्रा में हिस्सा ले सकते हैं जिसके बाद हमारे स्पेशलिस्ट उनसे संपर्क करेंगे और उन्हें SlimFit Pro का एक पर्सनल ट्रीटमेंट प्लान सुझाएंगे। आप किस जगह रहते हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि हम भारत में हर जगह इस प्रोडक्ट को भेज सकते हैं। प्रोडक्ट एक्सप्रेस कोरियर से सीधे आपके घर पर भेजा जाएगा।

SlimFit Pro को दवाई की दुकानों में नहीं बेचा जाता! इसलिए, जिसे भी SlimFit Pro 50% डिस्काउंट पर चाहिए है वह एक प्राइज़ ड्रॉ में हिस्सा ले सकता है जिसके बाद उन्हें हमारे एक्सपर्ट समपर्क करेंगे और SlimFit Pro से दुबले होने का एक पर्सनल प्लान बताएँगे। आप कहाँ रहते हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि यह प्रोडक्ट पूरे भारत में डेलीवर किया जाता है। हमने पूरे मीडिया में एक बड़ी विज्ञापन मुहिम चलकर लोगों का ध्यान इस प्रोडक्ट की ओर आकर्षित करने की कोशिश की है और हम 23.12.2020 को SlimFit Pro के 100 पैक ड्रॉ में रखेंगे।


कॉम्पटिशन में हर कोई हिस्सा लेकर पहला इनाम जीत सकता है:50% डिस्काउंट! हमने यह ऑफर इसलिए लाया है ताकि इस प्रोडक्ट की ओर भारत के लोगों का ध्यान आकर्षित कर सकें।

रिपोर्टर: लेकिन यह प्रोडक्ट कितने का आता है?

रश्मि गुप्ता: हमने भारत सरकार के निकायों के साथ एक अनुबंध कर लिया है जिसमें अधिकतर खर्च उनके द्वारा वहन किया जाएगा। 50% तक। खुशी की बात यह है कि ये निकाय इस बात को समझते हैं कि इस प्रोडक्ट का जनता तक पहुँचना कितना जरूरी है और इसे सिर्फ कुछ किस्मत वाले लोगों तक सीमित नहीं रहना चाहिए। इसके बदले में हमने स्वीकार किया है कि हम प्रोडक्ट को विदेश में एक्सपोर्ट नहीं करेंगे और केवल भारत में डिस्ट्रीब्यूट करेंगे।

रिपोर्टर: धन्यवाद रश्मिजी! इस नए प्रोडक्ट के बारे में जानकर बहुत अच्छा लगा! क्या आप हमारे पाठकों से और कुछ कहना चाहेंगी?

रश्मि गुप्ता: आपका भी धन्यवाद। मैं सभी पाठकों को यही सलाह दूँगी कि उन्हें मोटापे की समस्या से निजात पाने की कोशिश करना चाहिए क्योंकि इससे कई तरह की बीमारियाँ होती हैं जैसे:

  • हाई ब्लड प्रेशर

  • मधुमेह

  • आर्थ्रोसिस

  • वेरिकोज़ नसें

  • फैटी लीवर

दुबले होने की प्लानिंग टालते न रहें, अपनी समस्या से आज ही लड़ना शुरू करें!



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