कोलन संक्रमण एक ऐसा संक्रमण है जिससे हर साल हजारों लोगों की जान जाती है। कोलन इंफेक्शन की वजह से पेट में दर्द डायरिया मरोड़ कब्ज पेट में गैस थकान कमजोरी स्टूल पास करने में दिक्कत और जलन महसूस होती है।
कोलन इंफेक्शन एक ऐसी बीमारी है जिसमें कोलन के बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है, और बड़ी आंत संक्रमित हो जाती है। अगर यह बीमारी लंबे समय तक ठीक नहीं होती तो इस बीमारी से कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। कोलन संक्रमण एक ऐसा संक्रमण है, जिससे हर साल हजारों लोगों की जान जाती है। कोलन इंफेक्शन की वजह से पेट में दर्द, डायरिया, मरोड़, कब्ज, पेट में गैस, थकान, कमजोरी, स्टूल पास करने में दिक्कत और जलन महसूस होती है। नेशनल सेंटर फॉर बायो टेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन द्वारा कोलन इन्फेक्शन का प्राथमिक कारण लंबे समय तक दूषित भोजन या फिर पानी का सेवन करना माना जाता है। इस बीमारी का खानपान से बहुत नजदीक का रिश्ता है, इसलिए लोगों को अपने खाने-पीने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। डाइट में बदलाव करके आप ना सिर्फ इस संक्रमण से निजात पा सकते हैं बल्कि अपना पेट भी दुरुस्त रख सकते हैं।
पपीता का करें सेवन:
अगर आपका पाचन दुरुस्त नहीं रहता, आपको कब्ज और खाना पचने में दिक्कत रहती है तो आप पपीते का सेवन करें। पपीता ऐसा फायदेमंद फ्रूट है जिसमें लुब्रिकेंट और एंजाइम होते हैं जो आपके कोलन को साफ और तंदुरुस्त रखते हैं।
आम है फाइबर से भरपूर:
फलों का राजा आम जिसे ज्यादातर लोग खाना पसंद करते हैं ये बॉडी को उचित मात्रा में फाइबर देता हैं। फाइबर की अधिक मात्रा ही पाचन को दुरुस्त रखती है और आपके कोलन को साफ रखती है।
अलसी के बीज करेंगे कोलन को साफ:
पोषक तत्वों और फाइबर से भरपूर अलसी के बीज आपके कोलन को तंदुरुस्त रखेंगे। ये आपकी आंतों को तंदुरुस्त रखता है जिसकी मदद से पाचन क्रिया सुचारू रूप से चलती है। यह आपके कोलन को विषाक्त तत्वों से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं और आपके प्राइवेट पार्ट को संक्रमण से भी बचाते हैं।
सेब:
एक सेब रोज खाएंगे तो डॉक्टर को दूर भगाएंगे। ये वाक्य बिल्कुल ठीक है। सेब में उच्च-फाइबर के साथ-साथ कैंसर विरोधी गुण पाए जाते हैं जो आपको कोलन संक्रमण से बचाएंगे साथ ही विषाक्त करने में भी मदद करेंगे।
लौंग:
लौंग ना सिर्फ एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है, बल्कि ये बैक्टीरिया को मारने और कैंसर से बचाने के गुण भी रखती है। इसे आप अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो आपके कोलन से टॉक्सिन्स दूर होंगे और पेट के अल्सर को बढ़ने से भी रोक सकेंगे।
एलोवेरा:
एलोवेरा एक बेहतर डिटॉक्सीफायर है जो कोलन को हेल्दी रखता है। इसमें दर्द को दूर करने के गुण मौजूद है, जो आंतों की लाइनिंग को दुरुस्त रखता है और कोलन में जमा गंदगी को साफ करता है।
कद्दू के बीज:
औषधीय गुणों से भरपूर कद्दू के बीज कोलन संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर कद्दू के बीज ब्लैडर को स्वास्थ रखते हैं। इसके इस्तेमाल से आंत साफ और स्वस्थ रहती है।
पानी का सेवन करें:
कोलन संक्रमण से बचने के लिए आप खूब पानी पीएं। आहार में सेहतमंद पेय पदार्थों जैसे दूध, फलों का जसू, दही, छाछ, नींबू पानी को शामिल करें।
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