ब्लर्व-मुरैना जिले में कांग्रेस नेता ने भीम आर्मी के साथ मिलकर घर को आंबेडकर भवन घोषित कर दिया। रातोंरात जगदीश टैगोर के आगे से टूटे हुए घर के हाल में करीब आठ फीट ऊंची डा. अंबेडकर की प्रतिमा लाकर लगा दी गई।
मध्य प्रदेश में मुरैना जिले के चैना गांव के खेल मैदान पर अतिक्रमण कर बनाए गए भवन को पूरा टूटने से बचाने के लिए उसमें रातोंरात डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा रखे जाने का मामला सामने आया है। कांग्रेस नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगदीश टैगोर पर अतिक्रमण का आरोप है। जिस मकान को मंगलवार को आधा तोड़ दिया गया था, उसी को भीमआर्मी के साथ मिलकर ग्रामीणों ने 'डा. भीमराव अंबेडकर भवन' बना दिया है। रातोंरात यहां डा. अंबेडकर की आदमकद से ऊंची प्रतिमा स्थापित कर दी गई है।
गौरतलब है कि चैना गांव में सर्वे नंबर 722 की जमीन खेल मैदान के लिए आवंटित थी। इस जमीन पर कांग्रेस नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगदीश टैगोर के अलावा बदन सिंह, केदार सिंह, संजय राजौरिया ने मकान बना लिए हैं। हाई कोर्ट के आदेश पर राजस्व विभाग व पुलिस की टीम ने सोमवार को इन मकानों का आधा हिस्सा तोड़ दिया था। मंगलवार को पहुंची टीम को ग्रामीणों ने पथराव कर खदेड़ दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने घरों के पास खाली जमीन पर पटिया गाड़ दी, जिस पर डा. अंबेडकर की तस्वीर बनी हुई थी। रातोंरात जगदीश टैगोर के आगे से टूटे हुए घर के हाल में करीब आठ फीट ऊंची डा. अंबेडकर की प्रतिमा लाकर लगा दी गई। बुधवार सुबह तक टैगोर के घर के बाहर नीले रंग से 'डा. भीमराव अंबेडकर भवन' लिख दिया गया। मकान के आगे खाली पड़ी जमीन को पार्क व खेल मैदान बनाने का ऐलान ग्रामीणों ने कर दिया।
पुलिस नकारती रही, आगरा से आ गई प्रतिमा
चैना गांव तक पहुंचने वाली हर सड़क पर मंगलवार की दोपहर से पुलिसबल तैनात है। पुलिस इस गांव में किसी भी बाहरी को नहीं जाने दे रही थी, लेकिन रात के अंधेरे में गांव में उत्तर प्रदेश के आगरा से आठ फीट ऊंची डा. अंबेडकर की प्रतिमा आ गई और विवादित मकान में स्थापित भी कर दी गई। सुरक्षा में लगी पुलिस बुधवार दोपहर तक नकारती रही, लेकिन उन फोटो ने पुलिस अधिकारियों की निगरानी पर सवाल उठा दिए, जिनमें जगदीश टैगोर के घर में चबूतरे पर गोल्डन कलर की अंबेडकर प्रतिमा दिख रही है और घर के बाहर अंबेडकर भवन लिखा हुआ है।
मुरैना कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि यह कार्रवाई हाई कोर्ट के आदेश पर की जा रही है। जिस मकान को तोड़ा है, उसमें डा. अंबेडकर की प्रतिमा लगाने की जानकारी मिली है। अतिक्रमणकारियों ने ग्रामीणों को बरगलाकर और गलत जानकारी देकर वहां स्थिति बिगाड़ दी थी। अतिक्रमण तो हटेगा चाहे थोड़ा समय और लग जाए।
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