जानें कि तनाव आपकी सेक्शुअल लाइफ पर क्या असर डालता है और इसके कारण कौन सी समस्याएं हो सकती हैं। सोचकर देखें तो तनाव और चिंता बहुत छोटी समस्याएं लगती हैं। हम अक्सर ही किसी न किसी बात को लेकर चिंतित रहते हैं या तनाव में रहते हैं। घर-परिवार की समस्याएं, ऑफिस के झमेले, पैसों की टेंशन, पार्टनर से झगड़ा, बच्चों का भविष्य, अच्छे नंबर, अच्छा भविष्य आदि न जाने कितना कुछ है, हम सभी के जीवन में जो हमें परेशान करता है। और ऐसा नहीं कि ये समस्या किसी खास उम्र में होती है, बल्कि छोटे बच्चों से लेकर बूढ़े लोगों तक हर किसी को कभी-न-कभी तनाव और चिंता होती ही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये तनाव वयस्कों के लिए कितना खतरनाक हो सकता है? तनाव के कारण शरीर जो हार्मोन्स रिलीज करता है, वो आपको सैकड़ों तरह की बीमारियां तो दे ही सकते हैं, साथ ही आपकी सेक्शुअल लाइफ को भी खराब कर सकते हैं। आज विश्व यौन स्वास्थ्य दिवल यानी वर्ल्ड सेक्शुअल हेल्थ डे (World Sexual Health Day) पर हम आपको बता रहे हैं कि तनाव आपके यौन जीवन को कैसे प्रभावित कर सकता है। पुरुषों के सेक्शुअल हेल्थ पर ज्यादा असर डालता है तनाव वैसे तो तनाव का असर पुरुषों और महिलाओं दोनों पर पड़ता है लेकिन चूंकि सेक्स में पुरुष की भूमिका एक्टिव होती है इसलिए तनाव का असर भी पुरुषों पर ही ज्यादा देखने को मिलता है। महिलाओं को तनाव के कारण मूड स्विंग्स, कामुकता की कमी आदि समस्याएं ही होती हैं, जबकि पुरुषों को इन सारी समस्याओं के साथ-साथ कई अन्य समस्याएं भी होना शुरू हो जाती हैं, जिससे उसकी परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है। कुल मिलाकर तनाव पुरुषों के सेक्शुअल हेल्थ के लिए ज्यादा खतरनाक है, जबकि महिलाओं के लिए भी ये परेशानी भरा हो सकता है।
तनाव से कैसे प्रभावित होती है सेक्शुअल हेल्थ आप यह तो जानते ही हैं कि जब आप ज्यादा तनाव लेते हैं, तो आपका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इसके अलावा आपके शरीर में कई तरह के हार्मोन्स रिलीज होते हैं, जिनमें कार्टिसोल, एड्रेलनेलिन आदि हार्मोंस प्रमुख होते हैं। इनमें से एड्रेलेनेलिन ऐसा हार्मोन है, जो ब्लड प्रेशर बढ़ा देता है और हार्ट रेट (हृदय की गति) को भी बढ़ा देता है। जबकि कार्टिसोल हार्मोनस के कारण ब्लड में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने लगता है, जिससे थकान महसूस होती है। तो कुल मिलाकर जब आप तनाव लेते हैं, तो आपके शरीर में ऐसे हार्मोन्स रिलीज होते हैं, जिनके कारण थकान, स्टैमिना की कमी, ब्लड प्रेशर बढ़ना और हृदय गति तेज होना शुरू हो जाती है। इन समस्याओं के कारण पुरुषों को सेक्स के दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
क्या है परफॉर्मेंस एंग्जायटी? परफॉर्मेंस एंग्जायटी पुरुषों की एक बहुत आम समस्या है। जब कोई पुरुष अपने पार्टनर से सेक्स के लिए तैयार होता है, तो कई बार सेक्स से जुड़े मिथकों के कारण उसे कई तरह की चिंताएं सताने लगती हैं, जैसे- वो पार्टनर को संतुष्ट कर पाएगा अथवा नहीं, कहीं उसके लिंग की लंबाई औसत से छोटी तो नहीं, अगर वो जल्दी स्खलित हो गया तो क्या करेगा, क्या पार्टनर को उसका रूप पसंद आ रहा है अथवा नहीं। सेक्स के दौरान इस तरह की बातें सोचने से व्यक्ति की परफॉर्मेंस खराब होती है और उसे सच में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या शीघ्रपतन की समस्या हो जाती है। कुल मिलाकर तनाव या चिंता करना बहुत खतरनाक है। इसलिए अगर आप किसी भी तरह से तनाव में जी रहे हैं, तो इसे कम करने के उपाय खोजें। आमतौर पर लोगों को आध्यात्म, ध्यान, दोस्तों से बातचीत, इंटरटेनमेंट आदि के द्वारा तनाव से मुक्ति मिल जाती है।
पुरुषों को किन समस्याओं का करना पड़ता है सामना
तनाव के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने से लिंग में तनाव नहीं पैदा होता है, जिसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या कहते हैं।
स्ट्रेस हार्मोन्स रिलीज होने के कारण व्यक्ति का मूड खराब होता है, जिसके कारण कामुकता की कमी हो सकती है।
स्टैमिना और एनर्जी घटने से पुरुष की परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है।
परफॉर्मेंस एंग्जायटी के कारण पुरुष को शीघ्रपतन भी हो सकता है।
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