मंडला। उत्तर प्रदेश के हाथरस में मिली लड़की की निशानदेही पर दिल्ली से दूसरी लड़की को भी मध्य प्रदेश की मंडला पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस टीम हाथरस गई थी। वहां मिली नाबालिग ने अपने ही गांव की एक और नाबालिग लड़की के बारे में जानकारी दी थी। पुलिस ने दिल्ली से उसे ट्रेस कर लिया है। उसने भी अपनी मर्जी से काम करने की बात कही है। दोनों ही लड़कियों को लेकर पुलिस मंडला आ रही है। पुलिस को अब तक दस लड़कियों के बाहर जाने की जानकारी मिली है।
गुमशुदगी की एफआइआर दर्ज थी : पुलिस ने बताया कि मध्य प्रदेश के मंडला जिले के मोहगांव थाना में पुलिस ने दो गुमशुदगी के मामले दर्ज किए थे। पुलिस पता लगा रही है कि और कितनी लड़कियां जिले से बाहर गई हैं। गौरतलब है कि पुलिस को मंडला की 12 लड़कियों के दिल्ली लाए जाने की जानकारी मिली थी। इनमें से एक लड़की छूटकर उत्तर प्रदेश के हाथरस पहुंच गई थी, जिसे शनिवार को पुलिस ने बरामद किया था।
ऐसे काम करता है गिरोहजि : ले से लड़कियों को काम दिलाने के बहाने महानगरों में ले जाया जाता है।- दिल्ली या अन्य महानगरों में घरेलू काम कराने वाली एजेंसियां काम करती हैं।- रोजगार नहीं होने के कारण एजेंट माता-पिता को रपये देकर ले जाते हैं। – घरेलू काम, खाना बनाना, बर्तन मांजना, झाड़ू पोंछा जैसे काम में लगाया जाता है। कभी-कभी अनैतिक कार्यो में भी झोंक दिया जाता है। – परिवार के पास जब रपये नहीं मिलते तो फिर पुलिस के पास मामले पहुंचते हैं। – जिले में मानव तस्करी का अब तक कोई मामला दर्ज नहीं है। गुमशुदगी के मामले विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज हैं।
एसपी मंडला दीपक कुमार शुक्ला ने कहा, ‘दो नाबालिगों को बरामद किया है। जिले से दस लड़कियों के बाहर जाने की जानकारी मिली है। इनमें छह बालिग और चार नाबालिग हैं। स्वजन का कहना है कि उन्होंने अपनी मर्जी से भेजा है। उनके लिखित कथन लिए हैं।’
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